पटना न्यूज डेस्क: बिहार में इन दिनों घूसखोर अधिकारियों पर शिकंजा कसता जा रहा है। निगरानी विभाग की टीम लगातार अलग-अलग जिलों में छापेमारी कर रही है और घूसखोरी में लिप्त अधिकारियों को रंगे हाथ पकड़ रही है। ताजा मामला पटना से सटे दानापुर का है, जहां निगरानी विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रूपसपुर थाना में पदस्थापित दारोगा फिरदौस आलम और दरोगा रंजीत कुमार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। दोनों दारोगा को शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के एलएनजेपी अस्पताल के पास से दबोचा गया।
निगरानी विभाग के अनुसार, यह कार्रवाई पांच फरवरी को तुषार कुमार पांडेय की शिकायत पर की गई थी। तुषार ने बताया कि राहुल कुमार के साथ उसके पैसों के लेनदेन को सुलझाने के नाम पर रूपसपुर थाने के दारोगा फिरदौस आलम ने 50,000 रुपये की मांग की थी। रिश्वत की रकम देने के लिए उसे शास्त्री नगर थाना क्षेत्र स्थित एलएनजेपी अस्पताल के पास बुलाया गया था। तय समय पर फिरदौस आलम और रंजीत कुमार सिविल ड्रेस में वहां पहुंचे और जैसे ही उन्होंने पैसे लिए, निगरानी विभाग की टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के तुरंत बाद दोनों अधिकारियों को निगरानी विभाग की टीम अपने साथ ले गई और इस मामले में आगे की कार्रवाई शुरू की। टीम ने रिश्वत की पूरी रकम बरामद कर ली है और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए निगरानी थाना में 5 फरवरी 2025 को केस दर्ज कर लिया गया है।
एसपी दानापुर भानु प्रताप सिंह ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि रूपसपुर थाने में तैनात दारोगा फिरदौस आलम और रंजीत कुमार को 50,000 रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। निगरानी विभाग लगातार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए अभियान चला रहा है, जिससे घूसखोर अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।